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स्कूल कोविड गाइडलाइंस 2021 हिंदी में

स्कूल कोविड गाइडलाइंस 2021

साल 2020 में आई कोविड माहामारी के चलते पूरी दुनिया थम गई थी। लोगो की जान की रक्षा तो करनी ही थी इसीलिए लगाए गए लॉकडॉउन के परिणाम स्वरूप लोगो को अपना काम, व्यवसाय व शिक्षा के साथ समझोता करना पड़ा। करीब दो साल तक बच्चों को स्कूल से दूर अपने घरों से ही पढ़ाई करनी पड़ रही है। जिसके कारण कई लोगो तक शिक्षा नही पहुंच पा रही क्योंकि हर किसी को इंटरनेट सुविधा प्राप्त नही है।

समय के बीतने के साथ साथ देशवासियों को अपने स्वास्थ्य व रोजगार की चिंता तो थी परंतु अपने बच्चों के भविष्य की चिंता भी खाए जा रही थी। इन सभी समस्याओं का समाधान केवल फिर से स्कूल चालू करने और पढाई के ऑफलाइन माध्यम को शुरू करने से ही मिल सकता था।

सभी समस्याओं और प्परिस्थितियों को मद्देनजर सरकार को जनहित में फैसले लेने ही थे। इसीलिए कोविड माहामारी की तीसरी लहर के खतरे के बावजूद राज्य सरकारों ने   विद्यालय  खोलने के निर्देश दिए हैं। हालाकि इस वक्त कोविड महामारी के असर को कम देखते हुए कई राज्यों द्वारा स्कूल, कॉलेज व कोचिंग संस्थान खोलने का निर्णय लिया गया   है।

कोविड   के मामले दिन बर दिन घटते जा रहे है , टीकाकरण में तेजी और लॉकडाउन जैसे कदमों और देशवासियों का जागरूक होना इस कमी का कारण है। कई राज्यों में विद्यार्थियों को शिक्षण संस्थान में जाना उनकी इच्छा पर निर्भर करता है। कोविड महामारी के चलते देश के बच्चों की पढ़ाई का और नुकसान न हो इसीलिए राज्यों ने कुछ दिशानिर्देशों के साथ 1 सितंबर 2021 से कक्षा 9 से 12 तक बच्चों के लिए शिक्षण संस्थानों को खोल दिया गया है।

राजस्थान सरकार ने स्कूल में मिड डे मील, स्पोर्ट्स व प्रार्थना करने के लिए माना किया है। वहीं दिल्ली सरकार ने हर स्कूल में इमरजेंसी क्वारेंटिन सेंटर स्थापित करने को कहा है।
तमिल नाडू सरकार ने केवल 9 से 12 तक की कक्षाओं को खोलने के आदेश दिए है वहीं दूसरी ओर हरियाणा सरकार ने प्राथमिक कक्षा 4 से 5 को खोलने के आदेश दिए है। जहां    तक बात पांडिचेरी की जाए उन्होंने कक्षाओं को दो शिफ्टों में कराने के दिशानिर्देश दिए हैं।

 

राज्यनुसार दिशा निर्देशों

   दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश व तमिल नाडू जैसे कई राज्यों ने कोविड को ध्यान में रखते हुए कुछ नियमों की पालना करनी होगी। दिए गए कोविड गाइडलाइंस कुछ इस प्रकार हैं :

  1. सभी स्कूल 50% क्षमता के साथ खुलेंगे।
  2. सभी शिक्षक, बस ड्राइवर व स्कूल कर्मचारियों को कम से कम टीके की एक डोज लगी होनी चाहिए।
  3. विद्यार्थियों को अभिभावकों का सहमति पत्र प्रदान करना होगा।
  4. संस्थान समय समय पर सैनिटाइज होनी चाहिए व अतिरिक्त मास्क होने चाहिए।
  5. सभी अपना खाना व पानी की बोतल घर से लाएंगे और कक्षा में ही लंच करेंगे बिना किसी मिले जुले।
  6. प्रवेश द्वार पर सभी की थर्मल स्कैनिंग होगी।
  7. एक दूसरे से दूरी बनानी होगी।
  8. बच्चे ऑनलाइन व ऑफलाइन कक्षा में से कुछ भी चुन सकते हैं।

 उम्मीद है देश के बच्चों को फिर से पुराने तरीके से अपनी पूर्ण शिक्षा फिर से मिलना शुरू हो जाएगी व सभी राज्य स्कूल खोल देगे जिससे शिक्षा का प्रवाह बाधित न हो।
बच्चों को शिक्षा के साथ साथ उनकी सुरक्षा का भी ध्यान रखना है, उसके लिए अभिभावक होने के नाते ये सुनिश्चित करना होगा की स्कूल सरकार द्वारा दिए गए दिशानिर्देशों की पालना कर रहे है या नहीं । अविभावक का खुद को और अपने बच्चे को टीका लगवाना भी कर्तव्य है।

 शिक्षा केवल स्कूलों की ज़िमेदारी न होते हुए बच्चों के माता पिता की भी जिम्मेदारी है की उनका बच्चा इस महामारी के समय शारीरिक स्वास्थ्य व मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए अपनी पढ़ाई पर अच्छे से ध्यान दे। कोविड के इस समय में सभी मास्क का उपयोग करें और एक दूसरे से दूरी के साथ साथ लगातार अपने हाथों को अच्छे से धोते रहें चाहे आपको टीका लग गाया हो या नहीं।

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धन्यवाद

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